आपका लिविंग रूम या मुख्य बैठक कक्ष घर का वह स्थान होता है, जहा आप अपने घर में आने वाले मेहमानो की आवभगत करने के साथ ही परिवार के साथ समय बिताते है।
लेकिन कई बार अपनी शान और शौकत के प्रदर्शन के चक्कर में हम अपने लिविंग रूम को महंगे सामान से भर देते हैं।
जिसके कारण हम न केवल वास्तु ( Living Room Vastu ) ख़राब कर देते हैं, बल्कि घर में अनचाहे ही नकारत्मक शक्तियों को भी आकर्षित कर लेते हैं।
इसका सबसे अधिक उपयोग तब किया जाता है, जब मेहमान आते हैं, या जब पूरा परिवार एक साथ कुछ क्वालिटी टाइम बिताने का समय निकाल पाता है।
आपकी बैठक या लिविंग रूम ही घर का वह स्थान होता है, जिसको आप अपनी अभिरुचि या पसंद को सही मायनों में प्रदर्शित कर सकते हैं।
विशेष रूप से घर के इस कोने को सजाने में महिलाओं की कला की समझ और अभिरुचि सामने आती है। किसी भी परिवार के वैभव को प्रदर्शित करने के लिए भी घर की मुख्य बैठक बहुत बड़ा योगदान देती है।
जब कोई भी व्यक्ति अपना घर बनाता है, तो वह चाहता है, कि जब उसके घर मेहमान आए तो वह उनको अपना वैभव और पसंद दिखा सके।
इसलिए विशेष रूप से लिविंग रूम को हम सभी अपनी क्षमता के अनुसार अपने घर को सजाते संवारते हैं।
इसलिए हमको अपने घर में मुख्य बैठक को सजाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए की वास्तु अनुसार किन किन चीज़ों को शामिल करना चाहिए।
Table of Contents
Living room vastu door | द्वार
आपके लिविंग रूम या मुख्य बैठक कक्ष का मुख्य द्वार वह जगह है, जहां से ऊर्जा का प्रवाह घर के भीतर शुरू होता है।वास्तु के अनुसार इसका मुख उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा की ओर होना अत्यंत लाभदायक होता है।
वास्तु के अनुसार घर में मुख्य बैठक के दरवाजे को काले रंग से रंगने या उसके चारों ओर पानी से संबंधित कोई भी तत्व न रखने की भी सलाह दी जाती है।
बेहतर वास्तु प्रतिफलों के लिए दरवाजे को अलंकृत नेम प्लेट और फूलों के तोरण से सजाना अत्यंत लाभकारी होता है।
मुख्य दरवाजे के ठीक बाहर कूड़ेदान या जूते के रैक को रखने से प्रतिबंधित करें, क्योंकि वे नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं।
चूंकि यह आपके घर का पहला प्रवेश द्वार है, इसलिए सुनिश्चित करें कि मुख्य द्वार के आसपास का क्षेत्र अच्छी तरह से रोशनी से जगमगाया हुआ हो।
Living room vastu furniture | लिविंग रूम फर्नीचर
अपने घर में बैठक की जगह में एक घरेलू स्पर्श जोड़ना महत्वपूर्ण चीजों में से एक होता है, जो इसे होटल के कमरे से अलग करता है। इसके लिए हम इसमें कई सजावटी सामान अपनी पसंद के लगते है।
इनमे से सबसे मुख्य होता है, घर का फर्नीचर विशेष रूप से लिविंग रूम का फर्नीचर। वास्तु के अनुसार यदि आप घर में फर्नीचर का चुनाव करते हैं, तो न केवल घर की सुंदरता बढ़ती है, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा भी बढ़ती है।
वास्तु के हिसाब से लिविंग रूम के पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम दिशा में सोफा सेट जैसे भारी फर्नीचर रखना उत्तम होता है।
वास्तु के हिसाब से लिविंग रूम में टी.वी. या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को कमरे के दक्षिण-पूर्व भाग में स्थापित करना चाहिए।
यदि आपका डाइनिंग स्पेस भी आपके लिविंग रूम का हिस्सा है, तो सुनिश्चित करें कि यह कमरे के पूर्व या दक्षिण-पूर्व भाग में स्थित होना चाहिए।
इसे रसोई के पास रखना भी एक अच्छा विचार है, ताकि भोजन को आसानी से खाने की टेबल पहुंचा सकें।
Living room vastu color | लिविंग रूम का रंग
आपका लिविंग रूम आपके मेहमानों को आपकी शैली के बारे में जानकारी देता है, और सही रंग योजना आपको एक अच्छा पहला प्रभाव बनाने में मदद कर सकती है।
वास्तु के अनुसार घर के प्रत्येक कमरे के लिए विशिष्ट रंग होते हैं, जो सकारात्मक ऊर्जा को जागृत और आकर्षित करने में मदद करते हैं।
लिविंग रूम के लिए वास्तु के अनुसार दीवारों को हल्के गुलाबी, सफेद, क्रीम, बेज, पुष्प सफेद जैसे हल्के रंगों में पेंट करने का सुझाव दिया जाता है।
इनमें से प्रत्येक रंग पवित्रता, गरमाहट, शांति, पूर्णता, सौंदर्य आदि जैसे विभिन्न सकारात्मक वाइब्स से जुड़ा हुआ होता है।
आपकी बैठक में ही यदि भोजन स्थान भी है, तो उसको आड़ू, केसर, पीला और हल्का नारंगी जैसे रंगों में रंगा जाना अत्यंत शुभ फलदायी होता है।
दीवारों के प्राथमिक रंग के विपरीत फर्नीचर और अन्य सजावटी सामान का संतुलन बनाएं। क्योंकि यह सही ऊर्जा उत्पन्न करेगा और आपके कमरे को खुशियों से भर देगा।
वास्तु के अनुसार बैठक में जीवंत वातावरण बनाने के लिए फ़िरोज़ी , चमकीले गुलाबी और सोने की धारियों के बोल्ड शेड्स में पर्दे और कुशन चुनना बेहतर होता है।
विभिन्न रंगो एवं इनसे पड़ने वाले प्रभावों तथा उपायों को जानने के लिए सात रंग का रहस्य ( colour ) पर जाये।
Living room decoration | लिविंग रूम के लिए सजावट
वास्तु विज्ञानं कहता है, कि घर की सजावट के उत्पाद जो आप अपने रहने की जगह को सजाने के लिए घर में रखते हैं। वह आपके घर की ऊर्जा पर भी प्रभाव डालते हैं।
कुछ वस्तुएं ऐसी भी होती हैं, जिनमें ऊर्जा का नकारात्मक या खराब प्रवाह होता है, और इससे घर का वातावरण ख़राब हो सकता है।
इसलिए अपने लिविंग रूम को वास्तु के अनुरूप बनाने के लिए, आपको इन सजावट के उत्पादों को घर में प्रयोग से बचना चाहिए।
इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जो अब काम नहीं कर रहे हैं, उन्हें ठीक किया जाना चाहिए या हटा दिया जाना चाहिए। इसलिए नियमित रूप से अपनी दीवार की घड़ियों और घरेलू उपकरणों की जांच करें।
टूटे हुए फोटो फ्रेम, शो पीस, दरार वाले दर्पणों को हटा देना चाहिए, क्योंकि वे घर में दुर्भाग्य ला सकते हैं। घर की बैठक में ऐसे पौधे लगाने से बचना चाहिए, जो अत्यधिक कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जित करते हों।
घर की बैठक में रौशनी की पर्याप्त व्यवस्था होना चाहिए। आपके कक्ष को खुला और बड़ा दिखाने वाली लाइट लगाना अच्छा विचार हो सकता है।
घर की बैठक में बैठने की व्यवस्था इस प्रकार होनी चाहिए, कि सभी लोग एक दुसरे को अच्छे से देख सकें। ताकि उनके वार्तालाप के बीच सामंजस्य बैठ सके। ऐसा करने से उनके बीच मतभेद भी कम होते हैं।
कालीन आरामदायक और धुल को आसानी से साफ़ करने वाले होना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के सारांश वर्णन के लिए वास्तु शास्त्र परिचय ( Vastu ), और मुख्य द्वार वास्तु ( main door vastu ) भी अवश्य देखे।
नवरत्नों और उनसे हमारी जीवन की समस्याओ के समाधान के बारे जानने के लिए नवरत्न (navratna) लिंक पर जाकर लेख अवश्य पढ़े।
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