वृषभ लग्न ( Vrishabh Lagna ) का स्थान कुंडली के 12 लग्नों में से दूसरा होता है। इस लग्न वाले लोग खुश मिज़ाज़ स्वभाव के होते है। इस लग्न का स्वामी शुक्र ग्रह होता है, जो की छठे घर में बैठे शत्रु ग्रह पर भी शासन करता है। 

वैदिक ज्योतिष में वृष का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। इस लग्न में जन्म लेने पर व्यक्ति के व्यावहारिक दृष्टिकोण का निर्माण होता है।

इस लग्न का चिन्ह बैल होता है, जो की एक अत्यंत मेहनती जीव है। उस जैसी मेहनत करने की शक्ति से ओतप्रोत इस लग्न में जन्म लेने वाला जातक भी होता है। 

जातक को पूरी सावधानी और शांति से आगे बढ़ने की शक्ति प्रदान करता है। वृष ( बैल ) की भांति धैर्य और क्रोधित होने पर सर्व विनाश की प्रवृति भी जातक को मिलती है। 

यहाँ हम जानेंगे कि वृषभ लग्न में जन्म लेने पर क्या विशेषताएं जातक में देखी जा सकती है। 

Vrishabh Lagna Physique | वृषभ लग्न में शारीरिक बनावट 

इस लग्न में जन्म लेने पर जातक एक उभरते हुए लग्न को परिभाषित करता है। इनका माथा या ललाट बड़ा और उभर लिए होता है।

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आंखे बड़ी एवं चमकदार, गर्दन थोड़ी मोटी और तनी हुई होती है। गहरे रंग के केश, साफ रंग और पूर्ण रूप से विकसित और गठीला शरीर होता है। इनका शरीर इनके अत्यंत महत्वकांशी और प्रतिबद्द व्यव्हार को दर्शाता है।

Nature | मानसिक प्रवृत्ति या स्वभाव

यह व्यक्ति दृढ़, स्थिर, रूढ़िवादी, प्रतिबद्ध, ज़िद्दी और महत्वकांशी प्रवृति का होता है। 

ये अपने को सर्वोच्च मानते है इसका इनमे थोड़ा घमंड भी होता है, परन्तु व्यव्हार से सामाजिक होते है। ये बहुत स्नेहशील होते है। लेकिन कई बार इनका व्यव्हार अत्यंत गुस्सैल भी हो सकता है।

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इनके गुस्से को शांत करना किसी के बस का नहीं होता,उस समय ये किसी भी चीज़ को बर्बाद कर सकते है। ये अत्यंत धीमी गति से काम करते है ,परन्तु ये बहुत मेहनती और कार्यकुशल होते है। व्यक्ति अत्यंत शांत स्वभाव का होता है, अपनी ही धुन में काम करने वाला। 

इनका स्वभाव बहुत घरेलु और शांत होता है। जिस भी काम को हाथ में लेते है। उसको पूरी मेहनत और लग्न से पूरा करते है, भले ही उसमे थोड़ा अधिक समय लगे। 

यदि कोई इनको उकसाता है तो इनका गुस्सा बहुत बढ़ जाता है फिर ये किसी की नहीं सुनते। 

आमतौर से वृषभ एकांतप्रिय, सँकोची, ईमानदार, विश्वासयोग्य स्वाभाव के होते है। इनको शांत, प्रकृति के नज़दीक और प्रेमपूर्ण माहौल में जीवन का आनंद लेना अत्यंत प्रिय होता है।   

स्वाभाव से ये लोग कलाप्रेमी, संगीत प्रेमी और साहित्य से प्रेम रखने वाले होते है। इनके स्वाभाव के यही गुण इनके व्यक्तित्व को चुंबकीय आकर्षण प्रदान करते है

इनमे अपनी आजीविका कमाने का गुण बहुत अच्छा होता है जिसकी वजह से ये लोग कार्यकारी नौकरियों में खुद को अत्यंत सहज पाते है। स्वाभाव से ये लोग सांसारिक सुखों से आकर्षित होते है और उनको भोगना भी अच्छी तरह से जानते है। 

इनको प्रेम सम्बन्धो में पड़ना पसंद होता है इसकी वजह से इनके बहुत सारे प्रेम संबंध भी आसानी से बन जाते है। विपरीत लिंगी के प्रति इनमे आकर्षित होना बहुत साधारण बात होती है।

शारीरिक रूप से हष्ट – पुष्ट होने की वजह से ये अपने शारीरिक सुखों का आनंद भरपूरी  से लेते है। 

इनकी मुस्कराहट से कोई भी प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकता ,परन्तु इनकी मुस्कराहट के पीछे इनके मन की कूटनीतिक मंशा भी छिपी होती है। इनके इस व्यव्हार का कारणं इनका स्वामी ग्रह शुक्र होता है। 

Health | स्वास्थ्य

यदि हम स्वास्थ की बात करे तो ये मज़बूत शरीर की वजह से काम बीमार होने वाले होते है। इनमे गज़ब की शारीरिक क्षमता होती है। इनको दर्द की अनुभूति भी न के बराबर ही होती है। 

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कई बार अपनी लम्बी आयु से भी इनको कष्ट महसूस होता है। लम्बी आयु और शारीरिक दुर्बलता या विकलांगता को स्वीकारना इनके बस का नहीं होता। 

यदि यह व्यक्ति बीमार हो जाता है, तो उसके जल्दी ठीक  होने की सम्भावना बहुत कम होती है। इनमे शरीर के पुनःनिर्माण या पुनरावर्ती शक्ति की बहुत कमी होती है। जिसकी वजह से बीमारी से उभारना इनके लिए आसान नहीं होता। 

आमतौर पर इनमे गले की बीमारी, टॉन्सिल, डिप्थीरिया आदि बीमारिया देखने को मिलती है। उम्र बढ़ने के साथ पाचन सम्बन्धी रोग, रक्त की अधिकता से सम्बंधित रोग आदि हो सकते है। 

सामान्यतः इनमे मुँहासे, आँखों के नीचे काले घेरे हो सकते है। इनको अत्यधिक भूख लगती है। जिसकी वजह से हर वक्त इनको भोजन की आवश्यकता रहती  है। 

Money | धन, संपत्ति 

यह व्यक्ति बचत करने का आदी होता है। अनावश्यक रूप से खर्चा करना इनकी आदत नहीं होती। सिर्फ और सिर्फ अपनी बहुत ज़रूरी आवश्यकताओं पर ही व्यय करना इनको पसंद होता है। 

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जुए या सट्टे से पैसा कमाना भी इनकी आदत होती है। इनको  इससे अच्छा धन भी प्राप्त हो सकता है जब बुध की दशा इनकी कुंडली में अच्छी होती है तब। 

अपने दृढ़ता और धैर्य के स्वभाव की वजह से ये लोग अपनी धुन में लगातार मेहनत करते हुए धन सम्पत्ति संग्रह करते है। अपने व्यावहारिक और दुनियादारी भरे व्यव्हार की वजह से इनको दूसरों से अपना पैसा आसानी से निकलवाना आता है। 

पैसे से सम्बंधित मामलों में ये कोई भी जोखिम नहीं उठाते। फ़िज़ूलख़र्ची न करते है और ना ही किसी को करने देते है। हमेशा आने वाले समय के लिए कुछ बचाना इनके जीवन का हिस्सा होता है।  

दूसरों के साथ लेनदेन के मामलों में भी ये पूरी जाँच पड़ताल के बाद ही सौदा करते है। धन सम्बंधित कामों में पूरी जाँच परख करना इनकी आदत होती है। पैसे के महत्वता इनको भली भांति समझ आती है। 

Prem, Vivah | विवाह और प्रेम सम्बन्ध

शुक्र ग्रह के शासक होने की वजह से व्यक्ति रोमांटिक मूड का होता है। विपरीत लिंगी से जल्दी आकर्षित हो जाने की वजह से इनके कई प्रेम सम्बन्ध बनते है। 

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परन्तु अपने धैर्यवान स्वाभाव के कारण ये प्रेम में कोई जल्दबाज़ी नहीं करते। किसी भी रिश्ते को जाँच परख कर ही आगे बढ़ाते है। 

कला, संगीत और साहित्य से प्रेम की वजह से इनके व्यक्तित्व से लोग बहुत जल्दी प्रभावित होकर इनके प्रेम में पड़ जाते है।

प्रेम संबंधो में ये बहुत विश्वसनीय सिद्ध होते है। साथी के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित और निष्ठावान। इन्हे प्रेम संबंधो में किसी भी प्रकार का असमंजस और लड़ाई झगड़ा पसंद नहीं होता है। 

विवाह संबंधो में ये पूरी तरह ज़िम्मेदारी से अपने फ़र्ज़ निभाते है। पति के रूप में इस लग्न के लोग अपना हर कर्तव्य पूरा करते है, और पत्नी के रूम में ये पूरी तरह से अपने साथी के प्रति समर्पित होते है। 

 तलाक जैसी घटनाये इनके जीवन में बहुत कम देखने को मिलती है। इनके विवाहित जीवन में चाहे कितनी भी समस्याएं आये ये उनका डट कर मुकाबला करते है, लेकिन अपने साथी को बीच मझधार में नहीं छोड़ते है। 

अपने साथी को हर प्रकार से सहारा देते है, बीमारी में तीमारदारी, बुरे समय में हिम्मत और हौंसला देते है। अपने विवाहित जीवन की हर समस्या में अपने जीवनसाथी के साथ खड़े रहकर उसका मुकाबला करने में इनका कोई सानी नहीं होता। 

जातक के लिए कन्या, मकर, कर्क, वृक्षिक और मीन राशि वालों के साथ विवाह संबंध बनाना लाभकारी रहता है। इनके बीच बने विवाह संबंध अच्छे साथ, शांति, अच्छे सामंजस्य और खुशहाल जीवन का संकेत देता है। 

Family | घरेलू वातावरण

व्यक्ति को घर का माहौल पूरी तरह से शांत और सौहार्दपूर्ण रखना अच्छा लगता है। इनके लिए घर का मतलब सुकून होता है, वो स्थान जहाँ ये सुख से अपने परिवार के साथ समय व्यतीत कर सकें।

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इनका शांत स्वभाव इनके घर को समृद्ध और सुखी बनाता है। इनको अपने आसपास सब कुछ व्यवस्थित रखना पसंद होता है। फैला हुआ घर इनको बिलकुल नापसंद होता है। 

पारिवारिक और घरेलु शांति, सुख, प्रशंसा, तरक्की और ओहदे का इनके जीवन में बहुत महत्व होता है। इसके लिए यह लोग आजीवन प्रयासरत रहते हैं। 

Job, Business | व्यवसाय या रोज़गार

वृषभ राशि वाले अपने शासक ग्रह की वजह से विलासिता के संसाधनों, सौन्दर्य प्रसाधनों, इत्र और रत्नों का व्यापार या इसी क्षेत्र में नौकरी करना पसंद करते हैं। 

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इसके आलावा कोई भी वो काम या व्यवसाय जो कृषि, वित्त, संगीत, विलासी रिसोर्ट, सिनेमा, फिल्म निर्माण या ट्रांसपोर्ट से जुड़ा हो उसमे भी ये पूरी लग्न और मेहनत से काम करते है। 

इनको आई.टी. डिपार्टमेंट, महिला क्लब या स्कूल,फैशन हाउस या ब्यूटी पार्लर आदि कामों में अत्यंत सफलता प्राप्त होने के योग होते हैं। महिलाओं के वस्त्रों से जुड़े व्यापार के क्षेत्र में भी ये शोहरत और पैसा दोनों कमा सकते हैं।

Lucky Number and Color | स्वास्थ्य भाग्यशाली संख्या तारीख और रंग

लग्न का स्वामी शुक्र ग्रह एवं अन्य ग्रहो के प्रभाव के बारे में विस्तृत जानकारी के लिये नवग्रह प्रभाव (Navagraha) पर जाये। अपितु मंगल ही नहीं अन्य ग्रहो के प्रभाव और सम्बंधित रत्न के बारे में जाने।

इस जातक को 2 और 8 संख्या सबसे ज़्यादा आकर्षित करती है। इस मूलांक के व्यक्तियों के प्रति इनकी सदभावना अधिक होती है।

इसके अलावा 7 और 9 मूलांक वाले इनसे बहुत आसानी से आकर्षित हो जाते है। 1, 3, 4, 6 और 5 संख्या इनको शुभ फल नहीं देती। इसलिए इन मूलांक वालों से इनकी नहीं निभ पाती। 

अंको अथवा मूलांक द्वारा हमारे जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव के विस्तृत अध्यन के लिये अंक ज्योतिष का रहस्य (Numerology) लेख पर जाने के लिए लिंक फॉलो करे। 

शुक्रवार, बुधवार, शनिवार और सोमवार इनके लिए शुभ फलदायी दिन होते है। बृहस्पतिवार इनको साझेदार या पार्टनर से लाभ दिलाता है। मंगलवार को अत्यंत खर्च का दिन होता है इनके लिए। 

रविवार का दिवस इनके जीवन में पूरी तरह आराम और शांत माहौल में घर का सुख भोगने का दिन होता है। शुक्रवार को उपवास रखना इनको फायदा करता है। 

शुभ फलदायी रंगो की बात करें तो गुलाबी,हरा और सफ़ेद रंग इनके लिए सही होते है। लाल रंग से इनको दूरी बना कर चलना चाहिए। 

रंगो के बारे में अधिक जानकारी के लिए सात रंग का रहस्य (Colour) पढ़े।

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