भारत में मैरिज (Marriage) को जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण चरण माना जाता है। बिना विवाह संस्कार के भारतीय समाज की कल्पना भी नहीं की जा सकती।

शादी अथवा विवाह मानव इतिहास का सबसे पुराना सामाजिक कृत्य है, जो युगो युगो से चला आ रहा है। परिवार की शुरुआत इसके बाद ही होती है। 

यह बिलकुल सत्य है, कि जब मनुष्य ने अपना जीवन शुरू किया होगा। तो सबसे पहले उसके मन में जो विचार आया होगा, वो एक साथी की कल्पना होगा।

चाहे महिला हो या पुरुष उसके यौवन काल की शुरुआत से ही उसके मन में विचारों का द्वंद शुरू हो जाता है। अनेक शारीरिक और मानसिक बदलावों की बाढ़ उसके अंदर ज़ोर मारने लगती है। 

वो एक ऐसा साथी चाहता है, जिसके साथ वो ये सारी बातें कर सके, अपने मन की बात साँझा कर सके। इस अवस्था में मित्रों की नहीं बल्कि एक साथी की ओर मन खींचने लगता है।

यही वो पल होता है जब शादी का विचार या नींव तरुण मन में जन्म लेती है। संसार के प्रत्येक कोने में इसका निर्वहन और पालन किया जाता है, बस तरीके और परम्पराएँ बदल जाती है।  

इसे लेकर हर देश और समाज में अलग अलग मान्यताएं और प्रथाएं चली आ रही है। समाज की स्थापना ही विवाह की नींव पर हुई है। जब कोई व्यक्ति विवाह बंधन में बांधता है, तभी परिवार की कल्पना की जा सकती है।

जिस तरह विवाह भारतीय समाज का आधार या शरीर है। वैसे ही ज्योतिष आधार पर प्रत्येक गणना करना भारतीय जीवन और समाज की आत्मा में बसा हुआ है। 

सनातन समय से भारत में प्रत्येक काम का शुभारम्भ ज्योतिषी गड़नाओ के आधार पर ही होता आया है।  

यहाँ हर समाज या धर्म में किसी न किसी रूप में इसका प्रयोग सदियों से होता आ रहा है। वैसे तो सारे संसार में किसी न किसी प्रकार से ज्योतिष गणना होती है। 

यदि हम मुस्लिम समाज की बात करें तो उनमे चंद्रमाँ की चाल और स्तिथि के आधार पर शादी की तारीखे तय होती है। 

वैसे ही पश्चिमी समाज में भी किसी न किसी रूप में इसका प्रयोग विवाह तिथि या अन्य जानकारियों की प्राप्ति के लिए किया जाता आ रहा है। 

भारतीय समाज की बात करें तो यहाँ विवाह को दो आत्माओं के मिलन के रूप में देखा जाता है। ऐसा माना जाता है, कि विवाह संस्कार में केवल दो लोग शारीरिक रूप से एक बंधन में नहीं बंधते।

बल्कि उनकी आत्माओं का बंधन भी जुग जुग के लिए बंध जाता है। ये एक आशीर्वाद है, जो ईश्वरीय शक्तियों द्वारा वर वधु को प्रदान किया जाता है।  

इस अटूट बंधन को बांधने के लिए भारत में लम्बे समय से ज्योतिष का सहारा लिया जाता है। सही जोड़े के मिलान के लिए यहाँ वर वधू की कुंडलियां मिलायी जाती है। 

उनके गुण और गोत्र देखे जाते है। उनका विवाह कितना शुभ रहेगा इस बात की काफी हद तक सटीक भविष्यवाणी की जाती है। विवाह मुहर्त और तिथि भी इसी आधार पर निकले जाते है। 

आपके जन्म दिन की तरह ही आपके विवाह की तिथि भी आपकी राशि के अनुसार आपके बेहतर भविष्य के बारे में जानकारी दे सकती है।

आपका विवाहित जीवन अच्छा रहेगा या बुरा ये आप विवाह की तिथि के आधार पर जान सकते हो। कुंडली में प्रेम विवाह के योगो जानने लिये प्रेम विवाह योग ( Love marriage ) भी पढ़े।  

भारतीय संस्कृति में कुल सोलह संस्कारों की मान्यता है। जो वैदिक काल से चली आ रही है। इन संस्कारों को हमारे जीवन, वैभव और व्यक्तित्व विकास से जोड़कर देखा जाता है।  

आपकी और आपके होने वाले जीवनसाथी की कुंडली के मिलान और गढ़ना के आधार पर आपके लिए कौनसी तिथि शुभ रहेगी ये जाना जा सकता है। 

यहाँ हम सूर्य राशि के आधार पर जानेंगे की आपकी राशि के अनुसार आपकी मैरिज कब, कैसे होगी और कैसी रहेगी।

Mesh Rashi Marriage | मेष राशि मैरिज (21 मार्च से 19 अप्रैल)

मेष राशि एक ऐसी राशि है, जिसमे जन्मे लोग अत्यंत रोमाँच, निर्भीक और आज़ाद ख्याल के होते है। ये अपना जीवनसाथी खुद पसंद करना चाहते है। 

mesh-rashi-marriage

इसके लिए ये अधिकतर अत्यंत मुखरता के साथ प्रयास करते है। इनका विवाह अधिकतर प्रेम विवाह ही होता है। 

आप अत्यंत सहज वैवाहिक जीवन को जीते है जितनी स्वतंत्रता आपको अपनी पसंद होती है, उतनी ही आप अपने साथी को भी देते हो।

इस राशि वालों से विवाह करने वाले अपनी पहचान नहीं खोते। मेष राशि वाले अपने वैवाहिक जीवन में घूमना फिरना, डिनर पर जाना, तोहफों का आदान प्रदान करना पसंद करते है।  

इस राशि के लोगों को गर्मियों के महीनो की किसी भी तारीख को विवाह बंधन में बांधना शुभ रहता है। विशेष रूप से अप्रैल से लेकर जून तक का समय इनको अत्यंत सुखमय विवाह सम्बन्ध की बधाई दे सकता है। 

यदि मेष राशि के लोग उपरोक्त महीनो में मैरिज करे तो उनका विवाहित जीवन खुशहाल रहेगा।  

Vrishabh Rashi Marriage | वृषभ राशि मैरिज ( 20 अप्रैल से 20 मई )

वृषभ राशि के लोग स्वाभाव से थोड़ा कामुक प्रवृति के होते है, और ये प्रेम में बहुत जल्दी पड़ जाते है। विवाह में ये अपने साथी के साथ उन्मुक्त प्रेम प्राप्ति की उम्मीद करते है। 

vrishabh-rashi-marriage

आपको यदि आपके ही मेल का जीवनसाथी मिल जाये तो आपके विवाहित जीवन में प्रेम संतुष्टि की कोई कमी नहीं रहती। 

क्योंकि प्रेम प्रदर्शन आप पूरी निर्भीकता के साथ करते है। आपका प्रेम प्रदर्शन का तरीका आपको अपने साथी से गहराई से जोड़ देता है।  

बसंत का मौसम आप लोगों के लिए विवाह बंधन में बंधने के लिए सबसे उपयुक्त होता है। आपकी राशि का मूल तत्व पृथ्वी होता है। इसलिए आप प्रकृति को पसंद करने और महसूस करने में बहुत विश्वास रखते हो।

इसलिए किसी सुन्दर स्थान पर विवाह करना आपकी पहली पसंद रहेगी। आपके लिए यही अच्छा होगा कि आप अपने जन्म माह में ही मैरिज (Marriage) करे।  

Mithun Rashi Marriage | मिथुन राशि मैरिज ( 21 मई से 20 जून ) 

मिथुन राशि वालों के लिए सबसे ज़रूरी होता है, कि उनके और उनके साथी के बीच संवाद बना रहे। 

mithun-rashi-marriage

यदि आपके जीवन साथी का व्यवहार थोड़ा बातूनी होगा पर आपकी और उसकी खूब जमती है, क्योंकि आपको बात करने का बहुत शौक होता है।  

क्योंकि आपका स्वाभाव अपने जीवन की विविधता को बनाये रखना होता है, इसलिए आप अपने साथी से भी यही आशा करोगे की वो भी आपके विवाहित जीवन में हमेशा कुछ नया करता रहे।  

आपको घूमना फिरना पसंद होता है तो आपको अपने लिए जीवन साथी भी ऐसा ही चाहिए। मिथुन राशि वालों के लिए वर्ष भर विवाह योग रहता है। आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी शुभ मुहूर्त में विवाह बंधन में बंध सकते हो।  

आपको मैरिज (Marriage) में बहुत सारे लोगों के साथ अपनी ख़ुशी व्यक्त करना अच्छा लगता है। आपके अच्छे विवाहित जीवन की शुरुआत के लिए डेस्टिनेशन वेडिंग करना बहुत अच्छा रहेगा। 

Kark Rashi Marriage | कर्क राशि मैरिज ( 21 जून से 22 जुलाई )

घर को आप कर्क राशि वालों का दिल कह सकते है। आपको सबसे अधिक ख़ुशी अपने घर में मिलती है। आप अपने जीवन साथी को बहुत लाड़ प्यार करने में विश्वास करते हो। 

kark-rashi-marriage

हर एक छोटी बात आपके साथी की आपके लिए बहुत मायने रखती है। एक साथ खाना बनाने से लेकर एक दुसरे को छोटे छोटे प्यार भरे नामों से बुलाने में आपको बहुत सुख की अनुभूति होती है। 

आप छोटी छोटी बातों में खुश होकर भी अपने विवाहित जीवन को सुखमय बनाने की कला में पूरी तरह निपुण होते है।  

आपकी राशि जल तत्व से है जिसके कारण चाहे आप किसी भी मौसम या महीने में विवाह करे आपके लिए जल का महत्व हमेशा रहता है। 

आपके लिए अच्छा रहेगा की आप अपने लिए कोई समुद्र के किनारे विवाह स्थल ढूंढ कर इस पवित्र बंधन में बंधे।  

Singh Rashi Marriage | सिंह राशि मैरिज ( 23 जुलाई से 22 अगस्त )

सिंह राशि के लोगों का विवाहित जीवन बहुत सारे नाटकीय और प्रेमपूर्ण प्रदर्शन से भरा होता है। ज़्यादातर आप ऐसे व्यक्ति को ही अपने जीवन साथी के रूप में चुनते हो जिनके साथ आप निश्चिंत होकर अपने विचार साझा कर पाते हो।  

singh-rashi-marriage

आपके विवाहित जीवन में रोमांस और साथी के प्रति जूनून देखा जा सकता है। कई बार आप अपने प्रेम का प्रदर्शन करने के लिए बहुत हिओ नाटकीय ढंग अपना लेते हो। 

आपका अत्यधिक प्रेम आपके विवाहित जीवन की गर्मजोशी को बढ़ा देता है। बस अपने नाटकीय प्रेम प्रदर्शन के दौरान ध्यान रखे की किसी को बुरा न लगे।  

सिंह राशि वालों के लिए गर्मी के मौसम की शुरुआत से वर्षा ऋतू की समाप्ति तक का समय विवाह बंधने के लिए सबसे उपयुक्त रहता है। 

एक बड़े आयोजन में आप लोगों के साथ अपनी ख़ुशी ज़ाहिर करने में विश्वास रखते हो। आपको अपने साथी से खुलकर मिला प्रेम प्रदर्शन अत्यंत सुख देता है।  

Kanya Rashi Marriage | कन्या राशि मैरिज (23 अगस्त से 22 सितम्बर) 

कन्या राशि वाले एक अत्यंत संगठित, परिष्कृत और स्वस्थ विवाहित जीवन जीना पसंद करते है।

kanya-rashi-marriage

आपको अपने जीवन साथी के साथ मिलकर अच्छे विवाहित जीवन के लिए आवश्यक छोटी से छोटी बात को पूरा करना पसंद होता है।

आपके लिए जीवनसाथी का मतलब होता है। ऐसा साथी जो समय आने पर आपको सलाह भी देऔर आपकी सफलता पर दिल खोलकर आपकी प्रशंसा भी करे।    

वैसे कई बार आप खुद ही अपनी समस्याओं में इतने लीन हो जाते है, कि आपका ध्यान जीवन साथी से हट जाता है।

परन्तु यही आप दोनों के बीच की समझ काम आ सकती है, और आपका साथी आपको फिर वैवाहिक सुख की ज़िम्मेदारी के लिए आगाह कर देता है।  

कन्या राशि का मूल तत्व पृथ्वी या प्रकृति है, इसलिए आपके लिए  विवाहित जीवन की शुरुआत करने के लिए सही समय होगा बसंत ऋतू का जब प्रकृति अपने यौवन पर होती है। 

चारों ओर फैली प्राकृतिक सुंदरता के बीच एक नए जीवन की शुरुआत करना आपके लिए अत्यंत शुभ होगा।  

Tula Rashi Marriage | तुला राशि मैरिज ( 23 सितम्बर से 22 अक्टूबर )

तुला राशि वाले अपने विवाहित जीवन का नेतृत्व करते है। विवाहित जीवन की हर छोटी बात पर आपका नियंत्रण होता है। सभी चीज़ों को नियमित और सही रखने की वजह से आपका जीवन सुखमय होता है।

tula-rashi-marriage

आपको दूसरों के लिए एक उधारण के रूप में देखा जा सकता है, क्योंकि इनको बहुत अच्छे से अपनी ज़िम्मेदारियों का चयन करने और उनको पूरा करने का तरीका बखूबी आता है।

आपको बस इस बात का संतुलन बना होता है की पारिवारिक ज़िम्मेदारियों के बीच भी आपके साथी के साथ आपका प्रेम बना रहे। एक दुसरे की इच्छाओं का आप को ज्ञान रहे।

आपको साल के शुरू या अंत में अपने विवाहित जीवन की शुरुआत करना चाहिए। आपका जन्म माह भी इस नए जीवन की शुरुआत के लिए उपयुक्त रहेगा।

आप एक बड़े आयोजन के बीच अपने निजी सम्बन्धियों की मौजूदगी में इस बंधन को स्वीकारना पसंद करोगे।  

Vrashchik Rashi Marriage | वृक्षिक राशि मैरिज ( 23 अक्टूबर से 21 नवंबर )

वृक्षिक राशि के लोगों में प्रत्येक भाव अत्यंत तीव्र रूप में प्रगट होता है। इस वजह से ही अपने साथी के प्रति प्रेम  प्रदर्शन भी बहुत जूनून और अंतरंगता के साथ करते है। 

vrashchik-rashi-marriage

वैसे तो वृक्षिक राशि वाले लोग पूरा नियंत्रण रखने में विश्वास रखते है, लेकिन संतुलन भी बनाना इनसे सीखा जा सकता है।   

कई बार अपने साथी के प्रति भी इनमे ईर्ष्या और जलन की भावना आ जाती है, जो इनके विवाहित जीवन को नुकसान पहुंचा सकती है।

इसलिए सदैव ध्यान रखे की आपकी कोई भी जीवनसाथी को दुःख न पहुंचाए और यदि ऐसा हो भी जाये तो खुद से पहल करने में देरी न करें।   

अपने रिश्ते में कभी भी किसी प्रकार से आपके  शक्तिशाली होने की भावना को जाग्रत न होने दे वार्ना आपका रिश्ता टूटने में देर नहीं लगेगी। वृक्षिक राशि के लोगों के लिए सर्दियों में विवाह करना अत्यंत शुभ होता है।

सर्दियों की गहरी काली रात में तारों के बीच किसी झील या सरोवर के पास किया गया विवाह आपके नए जीवन की शुरुआत के लिए सबसे अच्छा हो सकता है।    

Dhanu Rashi Marriage | धनु राशि मैरिज (22 नवंबर से 21 दिसंबर)

धनु राशि के जोड़े अत्यंत घूमने फिरने, रोमांचक कार्यों को पसंद करने वाले और सांसारिक बातों से लिप्त होते है। ये अपने विवाहित जीवन में घूमने फिरने के अपने शौक के कारण बहुत सारी यात्राएँ करते हैं।

dhanu-rashi-marriage

आप अपने साथी के साथ हमेशा कुछ नया सीखने के लिए तैयार रहते हो। आपके विचार अपने साथी को लेकर बहुत खुले होते है। 

न खुद किसी बंदिश में जीना पसंद करते हो और न ही अपने साथी को किसी बंधन में रखते है। कई बार अपने विवाहित जीवन को सुखमय बनाने के लिए बहुत सारे जोखिम भी उठाते हो । 

आपको कोई वित्तीय जोखिम नही लेना चाहिए वार्ना मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है।  धनु राशि के लोग अपने विवाहित जीवन की शुरुआत करने के लिए गर्मियों के मौसम और सर्दियों में विवाह बंधन में बंध सकते है।

आपको सूरज की गर्माहट हमेशा सुख की अनुभूति कराती है, इसलिए गर्मियों की शुरुआत और सर्दियों की गुलाबी धुप में आप अपने सुखमय जीवन की शुरुआत के लिए चुन सकते है। 

ताकि आप अपने साथी के साथ विवाह उपरांत कहीं घूमने और प्रेम का आनंद उठा सके। ऐसा करना आपके रिश्ते को गहराई देता है, और आप एक दुसरे के अधिक नज़दीक आ पाते है।  

Makar Rashi Marriage | मकर राशि मैरिज (22 दिसंबर से 19 जनवरी)

मकर राशि परंपरा को दर्शाती है, इसलिए इस राशि वाले लोग भारत में दिवाली के आसपास और पश्चिमी देशो में क्रिसमस और नव वर्ष पर मैरिज पसंद करते है । 

makar-rashi-marriage

आपको अपने परिवार के नियम और परम्पराओं को निभाना पसन्द होता है और आप अपने साथी से भी यही उम्मीद करते हो। आपको परिवार के साथ त्यौहार और छुटियाँ मनाना बहुत अच्छा लगता है।

इस दौरान आप अपने साथी के अधिक करीब आ जाते हो जब वो आपके परिवार और समाज की परम्पराओं और नियम का निर्वहन करता है।  

आपके लिए अच्छा रहेगा की आप भविष्य की कल्पना और चिंता की बजाय अपने आज की खुशियों में जीना सीखे अन्यथा आपको नुकसान हो सकता है।  

आपकी राशि के लोगों के लिए पतझड़ का या शरद ऋतू का मौसम अत्यंत शुभ होता है। 

आप दो चीज़ो के बीच संतुलन को पसंद करने वाले होते हो विशेष रूप से पुराने के साथ नए का संतुलन।  इसलिए आपके लिए बदलते हुए मौसम के साथ अपने जीवन की शुरुआत बहुत अच्छी हो सकती है।  

Kumbh Rashi Marriage | कुम्भ राशि मैरिज (20 जनवरी से 18 फरवरी) 

कुम्भ राशि के लोग अत्यंत अपरंपरागत,आधुनिक और विचित्र स्वाभाव वाले होते है। आप अपने साथी के साथ दोस्ताना व्यव्हार रखना पसंद करते हो, जिसके साथ आप बेझिझक हर बात कर सको।  

kumbh-rashi-marriage

आपको भीड़ के बीच रहकर भी अपने साथी के साथ एकांत के पलों को जीना बहुत अच्छे से आता है। आपको अपने साथी के साथ मिलकर बड़ी बड़ी पार्टियाँ देना और उनमे जाना बहुत प्रिय होता है। लोगो के सामने अपने प्रेम का प्रदर्शन आप पसंद करते हो।

अपने विवाहित जीवन को सुखी बनाने के लिए आपको इस बात को ध्यान में रखना होगा की आपका साथी भी अत्यधिक खुले प्रेम प्रदर्शन को पसंद कर रहा है या नहीं। कुम्भ राशि राशि चक्र की सबसे अप्रत्याशित राशि होती है।

हर काम अचानक ही करते हो, इसलिए आपके लिए कोई निश्चित समय नहीं है। आप अपनी मर्ज़ी और समय के अनुसार जीवन के इस पल का चुनाव करते हो। किसी भी प्रकार का कोई नियम आप पर लागू नहीं होता।

Meen Rashi Marriage | मीन राशि मैरिज (19 फरवरी से 20 मार्च)

ये राशि कल्पना, रोमांच और रोमांस के मिले जुले रूप को प्रदर्शित करती है। आप अपने साथी के साथ  सपनो की दुनिया में जीना पसंद करते हो।

meen-rashi-marriage

आपको अपने विवाहित जीवन की प्रत्येक यादगार तारीख को मानना पसंद होता है, और इसके लिए आप पार्टियां देना पसंद करते हो।

लेकिन ध्यान रहे अत्यधिक सपनो की दुनिया में जीना आपके विवाहित जीवन के लिए हानिकारक भी हो सकता है।

आप हमेशा अपनी भावनाओ को अपने प्रिय तक पहुँचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते है। आपको अपने जीवन साथी को अपनी कल्पनाओं का भागी न समझकर एक ज़िम्मेदार बंधन का साथी समझना चाहिए। 

जमीनी हकीकत को भी समझना आपके अच्छे रिश्ते की नीव हो सकता है, इसलिए इसका विशेष ध्यान रखें।  

आपकी राशि के लोगों के लिए कोई भी मौसम या महीना विवाह का समय हो सकता है बस उनको अपने सपनो  मिलना चाहिए।

वैसे आपके लिए ऑफर को स्वीकारने के लिए सर्दियों का मौसम सबसे बेहतर रहेगा, क्योंकि इस मौसम का खुशनुमा एहसास आपके सपनो को उड़ान देने के लिए बिलकुल सही रहेगा।  

प्रेम और राशि सम्बन्धो की अधिक जानकारी के लिये लव, प्यार और प्रेम ( Prem ) लिंक पर भी जाये और पढ़े।

किसी भी सफल वैवाहिक जीवन का सेक्स एक अभिन्न अंग होता है, अतः इस पक्ष को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता। अधिक जानकारी के लिये विस्तृत लेख सेक्स और रिश्ते (Sex) भी पढ़े।

फैशन, सौंदर्य समस्या एवं उसका निदान, लग्न, वर्षफल, राशियों अथवा भविष्यफल से सम्बंधित वीडियो हिंदी में देखने के लिए आप Hindirashifal यूट्यूब चैनल पर जाये और सब्सक्राइब करे।

अब आप हिन्दी राशिफ़ल को Spotify Podcast पर भी सुन सकते है। सुनने के लिये hindirashifal पर क्लिक करे और अपना मनचाही राशि चुने।